प्रबल भारत पार्टी का गठन दो संकल्पनात्मक शब्दों से मिलकर बना है— “प्रबल”, और “भारत” प्रबल भारत के नाम से से परिलक्षित है की हम अपने प्यारे देश भारत को मज़बूत बनाना चाहते है, सक्षम बनाना चाहते है, प्रबल बनाना चाहते है। और भारत को सक्षम बनाने के लिए, प्रबल बनाने के लिए, हम सबों को एक साथ आगे आना होगा, एक होकर आवाज़ उठानी होगी, और एक होकर सही दिशा में काम करना होगा, ताकि हमारा देश सक्षम बन सके, सबल बन सके और प्रबल बन सकें।
आज भारत के सामने, साम्प्रदायिकता, जातिवाद और गरीबी आदि जैसी अनेक चुनौतियाँ है, और हमारी आज तक की सरकारें इन चुनौतियों से निपटने में असफल रही है। इसका मूल कारण यह है की देश के राजनीतिक दलों ने देश निर्माण के इतर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकने में अपना ज़्यादातर समय नस्ट किया है। प्रबल भारत पार्टी का गठन देश के इन ठोस समस्याओं का हल खोजने के लिए हुआ है।
संक्षेप में कहें तो, प्रबल भारत पार्टी मूलतः तीन विचारधारा और सिद्धांत के साथ निरंतर आगे बढ़ रही है:
(क) भारत सक्षम, सबल और प्रबल केवल धर्मनिरपेक्षता और सबको साथ लेकर चलने के सिद्धांत पर चलकर ही बन सकता है;
(ख) भारत एक राष्ट्र के रूप में लोकतंत्र के प्रति पूरी प्रतिबधत्ता रखते हुए ही जीवित रह सकता है;
(ग) सभी वर्गों, जातियों, और समुदायों के लोगों को फलने-फूलने के समान अवसर मुहैया कराए बिना हम एक सक्षम, सबल और प्रबल भारत की कल्पना भी नहीं कर सकते है।